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इस बार तीन तोंके
दुखों की दवा
खोज हुआ मानव
दवा में दर्द
मिलाने लगा जब
बना वो जानवर
समस्या टली
आँख मुंदने पर
यूं मत टाल
मानव है तूं प्यारे
हालात को संभाल
वही ही बांस
है बांसुरी बनता
सीने पर जो
करवा कर छेड़
है संगीत जन्मता
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